शुक्र पूजा के लाभ
शुक्र पूजा कुंडली में अशुभ शुक्र के प्रभाव को कम करने में सहायता करती है।
यदि किसी को शुक्र दोष की समस्या होती है तो उसके लिए शुक्र पूजा काफी लाभकारी सिद्ध होती है।
शुक्र पूजा से विवाहित जीवन में आ रही दिक्कतें भी दूरहोती है।
शुक्र की आराधना द्वारा शुक्र को बलवान बनाकर सुख व ऐश्वर्य पाया जा सकता है।
तनाव मुक्ति पूजा शुक्र पूजा
शुक्र ग्रह को सुन्दरता के प्रतीक के रूप में जाना जाता है। शुक्र ग्रह के प्रभाव से सिर्फ इंसान ही नहीं, पशु-पक्षी और प्रकृति तक प्रभावित होते हैं। इस ग्रह की सुंदरता निराली है। आज हम आपको शुक्र पूजा से होने वाले लाभों के बारे में बताएंगे।
जाने शुक्र ग्रह को
शुक्र ग्रह नवग्रहों में स्थान रखता है और यह एक स्त्री ग्रह है।
शुक्र हर प्रकार के सौंदर्य और ऐश्वर्य से सीधे संबंध रखता है।
इनके देवता भगवान् इंद्र हैं।
शुक्र सभी ग्रहों में सबसे ज्यादा चमकीला है। इसे अक्सर पृथ्वी से भी देखा जा सकता हैं।
शुक्र पूजा मंत्र
ऊँ शुं शुक्राय नम:
ऊँ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:
शुक्र पूजा के लिए आवश्यक जानकारी
जन्मतिथि, जन्म का समय, जन्म स्थान, गोत्र
यदि आप एक से ज्यादा लोगों के नाम पर पूजा संपन्न कराना चाहते है तो आपको हमें उनके नाम, जन्म तिथि, जन्म स्थान और गोत्र की जानकारी देनी होगी।
शुक्र पूजा कैसे संपन्न होगी
शुक्र पूजा के लिए सब जानकारी हमें प्राप्त होने के बाद आपको पूजा की राशि अदा करनी होगी।
पूजा की राशि का भुगतान करने के बाद हम आपको शुक्र पूजा का मुहर्त बताते है।
शुक्र पूजा कितने समय तक चलेगी। शुक्र पूजा में कितने पंडित शामिल होंगे।
यह सभी जानकारी आप को शुक्र पूजा से पहले ही दे दी जाती है।
Performing your pujan with love and utmost care is our motto. Here are the key steps to help you understand the process:
You select a ritual, after reading the benefits and based on your concerns.
At the time of booking your ritual, you are asked to provide your "Name, birth details, Sankalp and instructions" on the confirmation page. You can also mention your Gotra, and Family details there.
Immediately after the booking, we will arrange the best Pujan experience for you as per the Pujan details
An email and whatsapp is sent to you within 24 hours of order confirmation, which would comprise the Date and time on which your puja would be performed.